"अकेले हैं तो क्या हुआ
अकेलेपन का भी मज़ा है
साथ कब तक देगा कोई
दिखावे की दोस्ती भी सज़ा है
जियो जिंदगी अपने तरीके से
गैरों का सलीक़ा बेवजह है
इश्क़ में अश्क मिला आशिकों को
अकेलेपन में धोके की ना कोई जगह है
मतलब के दोस्त मतलब की यारी
अकेले मिलती फिज़ा में रज़ा है
©Dil_ki.dastaan"