White क्या ख़ूब कहा है किसी ने आगे सफ़र किया था पीछे हमसफ़र था
रुकते तो सफ़र छूट जाता चलता तो हमसफ़र रूथ जाता
मंजिल की हमें हसरत भी थी हमसफ़र से मोहब्बत भी थी
मंजिल या हमसफ़र मैं किस जगह जाता
ऐ दिल !! अब तू ही बोल आख़िर मैं कहाँ जाता
मुद्दत का सफर भी था बरसों का हमसफर भी था
रुकते तो बिखर जाते चलते बस बिछड़ जाते
बस यू समझ लो प्यास गज़ब की लगी थी और पानी में जहर था
जाते भी तो कहा आगे सफर था पीछे हमसफर था
बस यही दो मसले आज तक न हल हाल हुवे
ना मंजिल ही मिल पाई
ना हमसफर से जिंदगी भर साथ जीने के ख्वाब मुकम्मल हुए
©Nidhi the diffuser
#Sad_Status
Safar humsafar ke saath bhi toh kiya jaa sakta tha,I suppose 😶😶