जय परमेश्वर
रावणकी तरहसे सो जो कीसीको यकीन.नहीहो.सो,देखलो;कि;जीस मुलकमें जांनवरोंको,देवतोंकेउपर,मारतेहें,सो मरातेतो जादुसे;बनीये और-सुझातेहें-देवतोंका सोयह बनीयेभी जादुसे बीमार-वगैराकरतेहें- और-बदनांमी,देवतोंके सरपे लगादेतेहें,और,संसारके,लोगोंके,घटमें देवतोंहीका सुझादेतेहें;जीससे,संसारके,लोग बुद्धी भ्रष्टहोनेके सबबसे देवतोंकेउपर,जांनवरोंको,मारतेहें और,यह कांम जांनवरोंके,मरानेको,देवतोंके,उपर,बुद्धी भ्रष्टकरनेके वास्ते,चलायाहे.किजीससे.तमांम संसारकी बुद्धी जादुसे भ्रष्टहोजावेगी.इस.सबबसे.यह-बनीये जादुसे सुझाके-बकरे,भेंसे,देवतोंकेउपर,मरातेहें-और बनीयोंके जादुसे,कच्ची ऊमरमें-हरकीसमके-जीव मरनेका पाप सब वलायतोंमें फेलावेंगे-किजेसा-आज;कल हिंन्दुस्तांनमें बल,राजाके.बादसे.फेलाहुवाहे,इसीतरहसे दुसरी वलायतोंमें फेलादेंगे. .... ( २६१ )
अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी-
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.)
ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५
M. No. :- 8905653801
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