White मरे हुए मन में मनने मनाने का कुछ नहीं बचता
क्योंकि मन के मरने की वजह मृत्यु नहीं
मनुष्य रूपी दैत्यों के द्वारा किया गया
अत्याचार क्रूरता खून आदि सब है
,,,,,मरा मन मचनलना नहीं चाहता ,,,,,
मन मर चुका हो,,,,,दिल दुख दर्दों में घिरा /फंसा हुआ हो
टूट चुका हो ,,,,,,,,,,,, डूब चुका हो
तो फिर क्या होली क्या दिवाली
जब दिल ही नहीं बचा हो तन में
तो
कैसे कहले हैप्पी दिवाली
,,,,,,,,,,
,,,,,"" होली के रंग फीके ,,,,,,,बेनूर है दिवाली"",,,,
©Rakesh frnds4ever
#मरे हुए #मन में मनने मनाने का कुछ नहीं बचता
क्योंकि मन के #मरने की वजह #मृत्यु नहीं
#मनुष्य रूपी दैत्यों के द्वारा किया गया
अत्याचार क्रूरता खून आदि सब है
,,,,,मरा मन मचनलना नहीं चाहता ,,,,,