White तुम्हे याद करता हूं कहने को सौ बाते हैं सौ | हिंदी विचार

"White तुम्हे याद करता हूं कहने को सौ बाते हैं सौ किस्से हैं और सौ कहानियां भी है मगर उन सब में ना हो गर जिक्र तेरा तो सब खाक सा है मेरे लिए सब बेकार सा है मेरे लिये जिसमें तेरी बात ना हो तू जूनून सा है मेरे लिए इसलिए खुदा से मैं हर दफा फरियाद करता हूं तू खुश रहे महफूज रहे और आबाद रहे यही सोचकर हर पल तुम्हे याद करता हूं इस छोटी सी कहानी के कुछ अहम किस्से जिंदगी से कुछ इस कदर जुड़ गये कि बातों ही बातों में दिन बीत गये दो दिनों की मुलाकात के बाद हम चल दिये यादें बन गये वो पल मगर पल पल हर पल उन यादों के सिलसिलों को समेटते समेटते न जाने क्या वजह हुई कि हम रो दिये आज वो तमाम सिलसिले थम गये हैं आज सब कुछ बदल सा गया है मानो जैसे एक ठहराव आ गया है वो बदल गये या फिर हम बिछड़ गये बंदिशें कहा जाये या फिर मजबूरी तस्वीर आज भी धुंधली है मेरे सामने कोशिशें आज भी जारी जरुर है मगर इस कश्ती को किनारा नहीं मिल पाया वो तड़प वो टीस जो दिल में थी आज भी किसी कोने में‌ मौजूद है बस चुप रह कर सह जाता हूं उसे बताने को आज भी बातें हजार है मगर साथ ही साथ दिल में कुछ सवाल है उम्मीद तो आज भी कायम है मगर अंदर ही अंदर खुद से डरता हूं उसकी उस मुस्कान की खातिर मैं हर खुशी कुर्बान करता हूं वो खुश रहे महफूज रहे और आबाद रहे बस इसीलिए आज भी उसे याद करता हूं ©Gaurav Soni"

 White तुम्हे याद करता हूं

कहने को सौ बाते हैं
सौ किस्से हैं 
और सौ कहानियां भी है
मगर उन सब में ना हो गर जिक्र तेरा
तो सब खाक सा है मेरे लिए
सब बेकार सा है मेरे लिये
जिसमें तेरी बात ना हो
तू जूनून सा है मेरे लिए
इसलिए खुदा से मैं हर दफा फरियाद करता हूं
तू खुश रहे महफूज रहे और आबाद रहे
यही सोचकर हर पल तुम्हे याद करता हूं
इस छोटी सी कहानी के कुछ अहम किस्से 
जिंदगी से कुछ इस कदर जुड़ गये 
कि बातों ही बातों में दिन बीत गये
दो दिनों की मुलाकात के बाद हम चल दिये
यादें बन गये वो पल मगर पल पल हर पल
उन यादों के सिलसिलों को समेटते समेटते
न जाने क्या वजह हुई कि हम रो दिये
आज वो तमाम सिलसिले थम गये हैं
आज सब कुछ बदल सा गया है
मानो जैसे एक ठहराव आ गया है
वो बदल गये या फिर हम बिछड़ गये
बंदिशें कहा जाये या फिर मजबूरी
तस्वीर आज भी धुंधली है मेरे सामने
कोशिशें आज भी जारी जरुर है
मगर इस कश्ती को किनारा नहीं मिल पाया
वो तड़प वो टीस जो दिल में थी
आज भी किसी कोने में‌ मौजूद है
बस चुप रह कर सह जाता हूं
उसे बताने को आज भी बातें हजार है
मगर साथ ही साथ दिल में कुछ सवाल है
उम्मीद तो आज भी कायम है 
मगर अंदर ही अंदर खुद से डरता हूं
उसकी उस मुस्कान की खातिर
मैं हर खुशी कुर्बान करता हूं
वो खुश रहे महफूज रहे और आबाद रहे
बस इसीलिए आज भी उसे याद करता हूं

©Gaurav Soni

White तुम्हे याद करता हूं कहने को सौ बाते हैं सौ किस्से हैं और सौ कहानियां भी है मगर उन सब में ना हो गर जिक्र तेरा तो सब खाक सा है मेरे लिए सब बेकार सा है मेरे लिये जिसमें तेरी बात ना हो तू जूनून सा है मेरे लिए इसलिए खुदा से मैं हर दफा फरियाद करता हूं तू खुश रहे महफूज रहे और आबाद रहे यही सोचकर हर पल तुम्हे याद करता हूं इस छोटी सी कहानी के कुछ अहम किस्से जिंदगी से कुछ इस कदर जुड़ गये कि बातों ही बातों में दिन बीत गये दो दिनों की मुलाकात के बाद हम चल दिये यादें बन गये वो पल मगर पल पल हर पल उन यादों के सिलसिलों को समेटते समेटते न जाने क्या वजह हुई कि हम रो दिये आज वो तमाम सिलसिले थम गये हैं आज सब कुछ बदल सा गया है मानो जैसे एक ठहराव आ गया है वो बदल गये या फिर हम बिछड़ गये बंदिशें कहा जाये या फिर मजबूरी तस्वीर आज भी धुंधली है मेरे सामने कोशिशें आज भी जारी जरुर है मगर इस कश्ती को किनारा नहीं मिल पाया वो तड़प वो टीस जो दिल में थी आज भी किसी कोने में‌ मौजूद है बस चुप रह कर सह जाता हूं उसे बताने को आज भी बातें हजार है मगर साथ ही साथ दिल में कुछ सवाल है उम्मीद तो आज भी कायम है मगर अंदर ही अंदर खुद से डरता हूं उसकी उस मुस्कान की खातिर मैं हर खुशी कुर्बान करता हूं वो खुश रहे महफूज रहे और आबाद रहे बस इसीलिए आज भी उसे याद करता हूं ©Gaurav Soni

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