White " खूबसूरत सी है जिंदगी जब साथ खुद का सुहाना हो
उल्फ़ते कितनी भी हो
मनमर्जियों की राह अपना ठिकाना हो
बेपरवाह सा मन लिए घूमते हथेली में
जब फिक्र ना हो जो भी होने वाला हो
कहां संभालती हाथों की लकीरें
तो क्यों कल की फिक्र में आज को गवाना हो
खूबसूरत सी है जिंदगी जब साथ खुद का सुहाना हो
उल्फ़ते कितनी भी हो
मनमर्जियो की राह अपना ठिकाना हो!"
©kanchan Yadav
#Couple शायरी