Red sands and spectacular sandstone rock formations मेरी हर एक बात पे वो, कुछ मुस्कुराती सी रही,
अपनी हर बात को सहेली की तरह, मुझे बताती रही,
मैं भी पागल, बच्चा बन बैठा, उसकी मतलबी बातों का,
वो जो फरेबी बन कर, मुझको यूं ही टहलाती रही,
मैंने बात लगाई जब, चंदा और चकोर की, तो डगमगाती रही,
दिल के दलदले में न पड़ा करो विवेक और खुद गैरों के साथ जश्न मनाती रही !
©Thakur Vivek Krishna
#शायरी