जाने क्या खौफ हे जो सह रहे हैं हम
केसे कहें कि हद से गुजर रहे हैं हम
अब तुम मेरी ये आदतें न अपनाओं
महफिल में भी टूटकर रह रहे हैं हम
ज़ख्म कुरेदते हो तो कुरेद लो अब
ख़ैर दर्द में भी तो मुस्कुरा रहे हैं हम
कुछ बातें दफ़न है दिल में आज भी
कुछ एहसास अब छिपा रहे हैं हम
तुम जाओ भी तो फिक्र न करो मेरी
तन्हा रहकर जिंदगी गुजार रहे हैं हम
©amansingh6295
जाने क्या खौफ हे जो सह रहे हैं हम
केसे कहें कि हद से गुजर रहे हैं हम
अब तुम मेरी ये आदतें न अपनाओं
महफिल में भी टूटकर रह रहे हैं हम
ज़ख्म कुरेदते हो तो कुरेद लो अब
ख़ैर दर्द में भी तो मुस्कुरा रहे हैं हम. #Shaayari
कुछ बातें दफ़न है दिल में आज भी
कुछ एहसास अब छिपा रहे हैं हम