"तेरे आने से मेरा मिज़ाज अब अच्छा लगता है..
सब झूठ एक तू ही अच्छा लगता है..!
हंसने लगी हूं खुलकर, और दुनियां देखने लगी हूं..
सबने दर्द में छोड़ा साथ, बस एक तेरी ही सगी हूं..
अंतः बस आखरी ख्वाइश है मेरी, साथ चाहिए तुम्हारा..
हम भी चहक उठेंगे, अगर हो जाएं तुम से आप ओर आप से हमारा..!
©_Writer_Sharda_"