ब्यूटीपार्लर
सिकुड़ता शंकु चेहरा चुस्त चौकड़िया बना देखो,यहां आओ,
पुरानी भैंस को भी गर नई पड़िया बना देखो,यहां आओ,
यहां पर खुरदुरे से पत्थरों पर मोम लिखते हैं,
अजब कारीगरी है खंडहर महलों से दिखते हैं,
कंटीली झाड़ियों को फूल की बगिया बना देखो,यहां आओ।।
पुरुष की जेब पर छाया हुआ कोहरा घना देखो,यहां आओ।
ये चौखट ही परम कल्याणकारी काम करती है,
यहां त्रिजटा,हिडिंबा, मोरबी विश्राम करती हैं,
भयानक रस पर जो श्रंगार का पर्दा तना देखो,यहां आओ।
किसी गाली को भी गर युगजयी कविता बना देखो,यहां आओ।।
©कवि आलोक मिश्र "दीपक"
#Beautiful #Comedy #ladies #Fun #Hindi #राधे_राधे