White किसी के दुखों को जो पल में हर लेता है
शब्दों के मोतियों को जो सुरों में पिरोता है
अनकही आंखों के सवालों को जो पढ़ लेता है
असल में वहीं गुमनाम शायर होता है
©Poet Kuldeep Singh Ruhela
#शायरी किसी के दुखों को जो पल में हर लेता है
शब्दों के मोतियों को जो सुरों में पिरोता है
अनकही आंखों के सवालों को जो पढ़ लेता है
असल में वहीं गुमनाम शायर होता है