आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो मत बांधो | हिंदी कविता

"आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो मत बांधो ऐसे बंधन में जो मैं जी ना सकूँ मैं बंधन में नहीं रह पाऊँगा मुझे आजादी से जी लेने दो पिंजरे का पंछी नहीं हूँ मैं आजाद परिंदा हूँ आजादी से उड लेने दो आसमान छूने की तमन्नाऐ है दिल में मेरे उसे पूरा कर लेने दो आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो ©Mukesh Tyagi"

 आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो
मत बांधो ऐसे बंधन में जो मैं जी ना सकूँ 
मैं बंधन में नहीं रह पाऊँगा 
मुझे आजादी से जी लेने दो
पिंजरे का पंछी नहीं हूँ मैं 
आजाद परिंदा हूँ आजादी से उड लेने दो
आसमान छूने की तमन्नाऐ है दिल में मेरे 
उसे पूरा कर लेने दो
आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो

©Mukesh Tyagi

आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो मत बांधो ऐसे बंधन में जो मैं जी ना सकूँ मैं बंधन में नहीं रह पाऊँगा मुझे आजादी से जी लेने दो पिंजरे का पंछी नहीं हूँ मैं आजाद परिंदा हूँ आजादी से उड लेने दो आसमान छूने की तमन्नाऐ है दिल में मेरे उसे पूरा कर लेने दो आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो ©Mukesh Tyagi

आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो

#Dwell_in_possibility

People who shared love close

More like this

Trending Topic