White दिवाली वैसे कहे तो खुशियों का त्यौहार है | हिंदी Wishes

"White दिवाली वैसे कहे तो खुशियों का त्यौहार है लेकिन दिवाली में हैप्पी दिवाली नहीं घर के कामों में दिवाला निकल जाता हैं मम्मी की डांट पापा की फटकार भाई बहन के साथ जोरदार लड़ाई और उस लड़ाई की नोक झोंक और मज़ा में जो आनंद आता हैं वो भगवान कसम कही नहीं आता। काम करते करते दिवाली का दीवाला निकल जाता है और मम्मी की गलियों से हाल बेहाल हो जाता है तब तो मन करता है कि घर छोड़ कर कही दूर भाग जाऊ मन में बस यही ख्याल आता है और आते हैं जब प्यारे प्यारे दोस्तों के प्यारे प्यारे विशेज और बोलते है हैप्पी दिवाली तब लगता हैं कि अब इनको अपनी ज़िन्दगी की सच्चाई से कैसे रूबरू करवाऊं की इस घर में मेरी औकात तो मजदूर से बत्तर हैं और मेरी बेरोजगारी का क्या ही बताए सारी इज्जत की पहिले ही ढांचिया उड़ा कर मेरी जिन्दगी का गर्दा उड़ा दिया। और जब हैप्पी दिवाली का विश आता है ना तो हैप्पी दिवाली नहीं ज़िंदगी का दिवाला निकल जाता है। और मन में बस अपनी मजदूरी करने पर पगार नहीं मिलने पर सिर्फ गुस्सा ही आता हैं और फिर सोचते हैं कि किसी दूसरे के घर में ये मजदूरी किए हुए तो आज मेरे पास भी बैंक बैलेंस होता रुपया होता गाड़ी होती । फिर पीछे से मम्मी का चिल्लाना शुरू होता हैं अरे कहा मर गया इसी गोला में हैं कि नहीं और भाषण शुरू हो जाता हैं। दिन भर मोबाइल चलाना हैं इनको और कोई काम नहीं हैं और मेरी सारी मजदूरी पर पानी फिर जाता है । और फ़िर मेरी हैप्पी दिवाली नहीं हैप्पी दिवाला बन जाता हैं। और दिवाली के दिन लास्ट में मेरी तीन दिन की मजदूरी का ईनाम इको जोड़ी पुराना कपड़ा और 100 रूपये का पटाका दिया जाता है और सामने से कोई हैप्पी दीवाली बोलने आता है ना तो अंतर्मन का दुःख और पीड़ा आवाज देने लग जाता है पर क्या बताए अपने दिल का दर्द साहब सब छुपा कर दिल से सिर्फ दर्द भरे शायरी निकलने लगता हैं कि जिन्दगी की मजदूरी में सिर्फ़ हमरा 100 रुपए का इनाम है और अपनी ज़िंदगी पर तरस आ जाता है अपने आंसू मन में दबा कर प्यारी सी स्माइल दे कर हैप्पी दिवाली बोलना पड़ जाता हैं। 🪔🎇🥴😉happy Diwali🎇🥴😉🪔 ©Sonuzwrites"

 White   दिवाली वैसे कहे तो खुशियों का त्यौहार है 
लेकिन दिवाली में हैप्पी दिवाली नहीं 
घर के कामों में दिवाला निकल जाता हैं 
मम्मी की डांट पापा की फटकार 
भाई बहन के साथ जोरदार लड़ाई 
और उस लड़ाई की नोक झोंक और मज़ा में 
जो आनंद आता हैं वो भगवान कसम कही नहीं आता।
काम करते करते दिवाली का दीवाला निकल जाता है 
और मम्मी की गलियों से हाल बेहाल हो जाता है
 तब तो मन  करता है कि घर छोड़ कर कही दूर भाग जाऊ 
मन में बस यही ख्याल आता है 
और आते हैं जब प्यारे प्यारे दोस्तों के प्यारे प्यारे विशेज
 और बोलते है हैप्पी दिवाली तब लगता हैं कि 
अब इनको अपनी ज़िन्दगी  की सच्चाई से कैसे रूबरू करवाऊं
 की इस  घर में  मेरी औकात तो मजदूर से बत्तर हैं 
और मेरी बेरोजगारी का क्या ही बताए  
सारी इज्जत की पहिले ही ढांचिया उड़ा कर 
मेरी जिन्दगी का गर्दा उड़ा दिया। 
और जब हैप्पी दिवाली का विश आता है 
ना तो हैप्पी दिवाली नहीं ज़िंदगी का दिवाला निकल जाता है।
और मन में बस अपनी मजदूरी  करने पर पगार नहीं मिलने पर 
सिर्फ गुस्सा ही आता हैं और फिर सोचते हैं कि
 किसी दूसरे के घर में ये मजदूरी किए हुए तो 
आज मेरे पास भी बैंक बैलेंस होता रुपया होता गाड़ी होती । 
फिर पीछे से मम्मी का  चिल्लाना शुरू होता हैं 
अरे कहा मर गया इसी गोला में हैं कि नहीं 
और भाषण शुरू हो जाता हैं। 
दिन भर मोबाइल चलाना हैं इनको और कोई काम नहीं हैं
 और मेरी सारी मजदूरी पर पानी फिर जाता है । 
और फ़िर मेरी हैप्पी दिवाली नहीं हैप्पी दिवाला बन जाता हैं। 
और दिवाली के दिन लास्ट में मेरी तीन दिन की मजदूरी का ईनाम
 इको जोड़ी पुराना कपड़ा और 100 रूपये का पटाका दिया जाता है
 और सामने से कोई हैप्पी दीवाली बोलने आता है
 ना तो अंतर्मन का दुःख और पीड़ा आवाज देने लग जाता है 
पर क्या बताए अपने दिल का दर्द साहब 
सब छुपा कर दिल से सिर्फ दर्द भरे शायरी निकलने लगता हैं
 कि जिन्दगी की मजदूरी में सिर्फ़ हमरा 100 रुपए का इनाम है 
और अपनी ज़िंदगी पर तरस आ जाता है 
अपने आंसू मन में दबा कर प्यारी सी स्माइल दे कर 
 हैप्पी दिवाली बोलना पड़ जाता हैं।

🪔🎇🥴😉happy Diwali🎇🥴😉🪔

©Sonuzwrites

White दिवाली वैसे कहे तो खुशियों का त्यौहार है लेकिन दिवाली में हैप्पी दिवाली नहीं घर के कामों में दिवाला निकल जाता हैं मम्मी की डांट पापा की फटकार भाई बहन के साथ जोरदार लड़ाई और उस लड़ाई की नोक झोंक और मज़ा में जो आनंद आता हैं वो भगवान कसम कही नहीं आता। काम करते करते दिवाली का दीवाला निकल जाता है और मम्मी की गलियों से हाल बेहाल हो जाता है तब तो मन करता है कि घर छोड़ कर कही दूर भाग जाऊ मन में बस यही ख्याल आता है और आते हैं जब प्यारे प्यारे दोस्तों के प्यारे प्यारे विशेज और बोलते है हैप्पी दिवाली तब लगता हैं कि अब इनको अपनी ज़िन्दगी की सच्चाई से कैसे रूबरू करवाऊं की इस घर में मेरी औकात तो मजदूर से बत्तर हैं और मेरी बेरोजगारी का क्या ही बताए सारी इज्जत की पहिले ही ढांचिया उड़ा कर मेरी जिन्दगी का गर्दा उड़ा दिया। और जब हैप्पी दिवाली का विश आता है ना तो हैप्पी दिवाली नहीं ज़िंदगी का दिवाला निकल जाता है। और मन में बस अपनी मजदूरी करने पर पगार नहीं मिलने पर सिर्फ गुस्सा ही आता हैं और फिर सोचते हैं कि किसी दूसरे के घर में ये मजदूरी किए हुए तो आज मेरे पास भी बैंक बैलेंस होता रुपया होता गाड़ी होती । फिर पीछे से मम्मी का चिल्लाना शुरू होता हैं अरे कहा मर गया इसी गोला में हैं कि नहीं और भाषण शुरू हो जाता हैं। दिन भर मोबाइल चलाना हैं इनको और कोई काम नहीं हैं और मेरी सारी मजदूरी पर पानी फिर जाता है । और फ़िर मेरी हैप्पी दिवाली नहीं हैप्पी दिवाला बन जाता हैं। और दिवाली के दिन लास्ट में मेरी तीन दिन की मजदूरी का ईनाम इको जोड़ी पुराना कपड़ा और 100 रूपये का पटाका दिया जाता है और सामने से कोई हैप्पी दीवाली बोलने आता है ना तो अंतर्मन का दुःख और पीड़ा आवाज देने लग जाता है पर क्या बताए अपने दिल का दर्द साहब सब छुपा कर दिल से सिर्फ दर्द भरे शायरी निकलने लगता हैं कि जिन्दगी की मजदूरी में सिर्फ़ हमरा 100 रुपए का इनाम है और अपनी ज़िंदगी पर तरस आ जाता है अपने आंसू मन में दबा कर प्यारी सी स्माइल दे कर हैप्पी दिवाली बोलना पड़ जाता हैं। 🪔🎇🥴😉happy Diwali🎇🥴😉🪔 ©Sonuzwrites

#diwali_wishes 🎇🥴😉🪔 Happy Diwali 🪔😉🥴🎇 @Sethi Ji @Anshu writer Srk writes Priya keshri (Kaise कहे हमे कितनी मोह्हबत हैं) @Gulshan_Dwivedi

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