Unsplash वस्ल में वस्ल का अहसास कहाँ से लाए
पानी ले आए है पर प्यास कहाँ से लाए
तेरे गाँव में जिसे शायरी समझा जाए
सोचते है कि वो बकवास कहाँ से लाए
वो जो शीशे की तरह टूट गई थी आरिज़
दिल में फिर से वो तेरी आस कहाँ से लाए
मेरे जैसे ही कई आम मिले है मुझसे
अब तेरे जैसा कोई खास कहाँ से लाए
खुद से ज़्यादा जो कभी तुझपे किया था। हमने
तू बता दे कि वो विश्वास कहाँ से लाए
©joshi joshi diljala
#lovelife