#WorldHealthDay मैं सड़क हूं बाबू , मुझे करना मत काबू।
जो बिना हेलमेट चलेगा , उसे मरना हीं पड़ेगा,
मर कर धरती पर , वर्षों भटकना भी पड़ेगा।
कितनो को हमने , गीर कर उठते देखा है,
बहुतों को हमने कुचलाते और मरते देखा है।
बहूतों को हमने बीच सड़क पर मचलते देखा है,
कोई नहीं होगा साथ , अकेला जलते देखा है।
©pramod malakar
#worldhealthday