इश्क़-ए-वफ़ा के बाद,सज रही है ख़्वाब-ए-ख़्वाहिश भी पल रही है ज़ेहन-ए-ज़ुस्तजू भी मचल रही है दीदार-ए-यार-ए-नज़र भी तरस रही है ©Sunita Sharma #Twowords Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto