White सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहें एक उपकार छोड़ द | हिंदी कविता

"White सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहें एक उपकार छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार इर्द गिर्द तुम घुमो फल सब्जी हो या अचार तुमने जो खाना खा लिया समझो हम हुए बीमार दिन में दिखाते एक दो रात्रि में ले आते रिश्तेदार हजार सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार जगह नहीं कोई स्थिर तुम्हारी सोफा हो बेड हो या हो कोई चारपाई बेकार कहीं भी निकल पड़ते ले सेना दमदार कितना भी हिट डालो तुम पर सब बेकार सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार हमने तो स्वीकार किया बच्चों को तुम लगते जंजाल इधर-उधर से आ जाते हो जैसे जादूगर दमदार बहुत हुई अब कहासुनी और आग्रह बार बार देखो अब ना तुम दिखना हम कर देंगे प्रहार सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार!" ©kanchan Yadav"

 White सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहें एक उपकार 
छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार 

इर्द गिर्द तुम घुमो फल सब्जी हो या अचार
तुमने जो खाना खा लिया समझो हम हुए बीमार 

दिन में दिखाते एक दो 
रात्रि में ले आते रिश्तेदार हजार 

सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार 
छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार 

जगह नहीं कोई स्थिर तुम्हारी 
सोफा हो बेड हो या हो कोई चारपाई बेकार 

कहीं भी निकल पड़ते  ले सेना दमदार 
कितना भी हिट डालो तुम पर सब बेकार 

सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार 
छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार

हमने तो स्वीकार किया बच्चों को तुम लगते जंजाल 
इधर-उधर से आ जाते हो जैसे जादूगर दमदार 

बहुत हुई अब कहासुनी और आग्रह बार बार 
देखो अब ना तुम दिखना हम कर देंगे प्रहार

सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार 
छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार!"

©kanchan Yadav

White सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहें एक उपकार छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार इर्द गिर्द तुम घुमो फल सब्जी हो या अचार तुमने जो खाना खा लिया समझो हम हुए बीमार दिन में दिखाते एक दो रात्रि में ले आते रिश्तेदार हजार सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार जगह नहीं कोई स्थिर तुम्हारी सोफा हो बेड हो या हो कोई चारपाई बेकार कहीं भी निकल पड़ते ले सेना दमदार कितना भी हिट डालो तुम पर सब बेकार सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार हमने तो स्वीकार किया बच्चों को तुम लगते जंजाल इधर-उधर से आ जाते हो जैसे जादूगर दमदार बहुत हुई अब कहासुनी और आग्रह बार बार देखो अब ना तुम दिखना हम कर देंगे प्रहार सुनो कॉकरोच भाई तुमसे चाहे एक उपकार छोड़ दो हमारा घर हाथ जोड़ विनती करो स्वीकार!" ©kanchan Yadav

#good_night

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