"उम्मीदें ही नामुमकिन हैं चलो हम बाद में रोएं
बिताये पल तो मोहसिन हैं चलो हम बाद में रोएं
अभी तो साथ हैं फिर क्यों न इस पल को जियें मिलकर
जुदा होने में कुछ दिन हैं चलो हम बाद में रोएं"
उम्मीदें ही नामुमकिन हैं चलो हम बाद में रोएं
बिताये पल तो मोहसिन हैं चलो हम बाद में रोएं
अभी तो साथ हैं फिर क्यों न इस पल को जियें मिलकर
जुदा होने में कुछ दिन हैं चलो हम बाद में रोएं