White जब दुनियां में आए तो सबसे पहले मां का आंचल पाया,
जब पहली बार आंखें खुली सामने मां को ही पाया,
रातों को जाग जागकर पहले हमें सुलाया,
गीले बिस्तर पर खुद सोकर भी सूखे में हमें सुलाया,
जिसने ऊंगली पकड़कर चलना सिखाया,
कभी गिर जाने पर फिर से उठाया,
कभी मिट्टी से लथपथ हो जाने पर फिर से नहलाया,
नजर से बचाने के लिए हाथों में तो कभी माथे पर काला टीका लगाया,
जब जब दुनियां के दुखों में खुद को असहाय पाया,
मां ने ममता के आंचल में हमेशा छुपाया,
मुझे हमेशा अपने आंखों का तारा बनाया है,
बेटी होकर भी अपना बेटा बनाया है,
खुद का परिचय खुद से करवाया है,
मेरी जिंदगी को जीने लायक बनाया ,
हम आज कितने ही बड़े हो गए हैं लेकिन,
हमें आज भी एक बच्चे जैसे ही रखा है,
उनके थपेड़ो में जो नींद आया करती थी,
वो आज शोर भरी जिंदगी में कहां आती है,
आंखों में उसके दर्द का सागर रहता है,
चुपके से रो भी दे तो इसका एहसास तक नहीं होने दिया है,
अब पहले की तरह डांटती नहीं है,
वो प्यारी सी फटकार सुनने को अब मन तरस जाता है,
मुस्कान हमेशा उसके चेहरे पर रहती है,
उदास हो तो भी खुद को खुश दिखाती है,
दूर होकर भी जो हमेशा पास रहती है,
ऐसी बस एक मां होती है,
©पिंकी कंवर (Pinku)
#mothers_day