"इंसान का इल्म उस इंसान के लिए
एक बहुत बड़ी ताक़त होता है।
लेकिन ये इल्म इंसान की ताक़त बस तब तक बना रहता है
जब तक उस इल्म का इस्तेमाल लोगों की मदद और
ख़िदमत के लिए और नेक कामों के लिए किया जाता है।
और जब इंसान अपने इल्म का इस्तेमाल सिर्फ़ ख़ुद के लिए
और बुरे कामों के लिए ही करने लग जाए
फ़िर वही इल्म उसके लिए एक साॅंप की तरह
बन जाता है जो फ़िर उसी को डस लेता है।
©Sh@kila Niy@z"