White तू साथ है, पर तुझे पा भी न सका,
तेरे पास होते हुए भी, मैं खुद से दूर हूँ।
"वो बोली, "कभी मुझसे नफ़रत की?"
मैंने कहा, "नफ़रत? नहीं, वो भी कहाँ होती है,
तू मेरी नफरत में भी मोहब्बत है,
तेरे बिना ये जख़्म बेमानी है,
और तेरे साथ ये ज़िन्दगी अधूरी है।
"वो चुप हुई, आँखों में एक खामोश सवाल,
मैंने कहा, "तू मदीरा है, पर मैं भी एक शायर हूँ,
हम दोनों अधूरे हैं, पर एक-दूसरे से पूरे,
तू मेरे अशआर की खुशबू है,
और मैं तेरे नशे की तन्हाई।"
©बदनाम
मैं तेरे नशे की तन्हाई