तुम्हें सब पता है....।
मेरी हर सांसों पर सिर्फ तुम्हारा नाम है,
सिर्फ तुम्हारा,
ये दिल भी सिर्फ तुम्हारे लिए धड़कता है,
सिर्फ तुम्हारे लिए,
ये जो मैं जी रहा जिंदगी हूं,
सिर्फ तुम्हारे खातिर,
और तुम्हें सब पता है फिर भी.... क्यों इतनी दूरियां है,
क्यों हम पास होकर भी साथ नहीं है,
क्यों हम मिलते हैं जुदा होने के लिए,
क्यों हम एक नहीं हो पाते,
क्यों हम हालातों के आगे इतने बेबस है,
कि चाहकर भी पास आ नहीं सकते,
और दूर भी जा नहीं सकते,
क्योंकि इतना जो तुम्हें चाहते हैं सनम।
©Pinki Khandelwal