White वनराक्षस एक प्रेम कहानी ( भाग - 22)
कमरे में जा कर वह चीज़ें समेटने लगती है और समेटते हुए वो टेबल पर रखे किताबों को देखने लगती है और किताबों को टेबल पर एक - एक कर के रखने लगती है, तभी उसे विराज की एक डायरी मिलती है। शाल्या उस डायरी को उठा कर सामने रखे चेयर पर बैठ कर पढ़ने लगती है।
" डियर डायरी...! तुम्हें पता है जब मैं पहली बार शालू से मिला था न तब वो एकदम छोटी सी शीशे की गुड़िए की तरह लगती थी। मुझे तो यकीन ही नहीं हुआ कि वो मेरी दोस्त बन गई, हमेशा डरता रहता था कि कहीं ये शीशे की गुड़िया मुझसे टूट ना जाए। मैं उसे हमेशा संभाल कर रखना चाहता था उसे कभी खोना भी नहीं चाहता था इसलिए उसकी सारी बातें मानता था।
©Royal Anayel Queen
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