दिलों में बस जाओ वो तुम मोहब्ब्त हो,
कभी बहन कभी ममता की मूरत हो,
आंचल में तुम्हारे है चांद सितारे,
मां के कदमों में जो होती है जन्नत वो हो,
हर दर्द - ओ - गम छुपा के रखती हो सीने में,
लब ना आती है जिनके कोई भी हसरत हो,
तुम्हारे होने से ही है ये कायनात जवान,
ज़िन्दगी की एक बेहद हसी हकीकत हो,
हर रूप रंग में ढल कर सवर जाती हो,
सब्र की मिसाल हर रिश्ते की ताकत हो,
अपने हौसले से तकदीर को बदल देती हो,
हां तुम जग जन्नी तुम दुनिया का साकार
तुम ही हर का घर विश्वास हो,
हां तुम एक औरत हो,..
शत शत प्रणाम हो तुमको...
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
©Shivendra Gupta 'शिव'
#womeninternational