मैं ही मन की वेदना , मैं ही तो अभिमान हूँ , है मुझ

"मैं ही मन की वेदना , मैं ही तो अभिमान हूँ , है मुझमे भी ज़ीने की आरज़ू , मैं भी तो इंसान हूँ ,, मेरे मन में भी उठती है , कुछ दबी हुई उमंग की तरंगें , ज़ुबा पर जो कभी आते नही , दिल के तहखाने में कैद मैं वो अरमान हूँ ,, दुनिया ने हमेशा अपने नज़र से, तोहमतें ही लगाई है मुझपर , जिसकी नज़रों ने हमेशा परखा है मुझे , माँ पापा का मैं वो स्वाभिमान हूँ ,, जब तक साँसे हैं तुम साया बन , साथ चल लो मेरे , जिंदगी का क्या भरोसा , शायद पल दो पल की ही मैं मेहमान हूँ ,, मत कर तलाश तू अपना मकां , किसी गैर के दिल में , तेरे उन्मुक्त उड़ने के लिए , खुला मैं एक आसमान हूँ ,, तेरी मन मर्ज़ी का मोहताज़ हो गया है , मेरा सारा वज़ूद , कभी बेइंतहा मोहब्बत की दास्ता तो , कभी मैं सिर्फ अपमान हूँ ,,"

 मैं ही मन की वेदना , मैं ही तो अभिमान हूँ ,
है मुझमे भी ज़ीने की आरज़ू , मैं भी तो इंसान हूँ ,,

मेरे मन में भी उठती है , कुछ दबी हुई उमंग की तरंगें ,
ज़ुबा पर जो कभी आते नही , दिल के तहखाने में कैद 
मैं वो अरमान हूँ ,,

दुनिया ने हमेशा अपने नज़र से, तोहमतें ही लगाई है मुझपर ,
जिसकी नज़रों ने हमेशा परखा है मुझे , माँ पापा का मैं वो
स्वाभिमान हूँ ,,

जब तक साँसे हैं तुम साया बन , साथ चल लो मेरे ,
जिंदगी का क्या भरोसा , शायद पल दो पल की ही मैं 
मेहमान हूँ ,,

मत कर तलाश तू अपना मकां , किसी गैर के दिल में ,
तेरे उन्मुक्त उड़ने के लिए , खुला मैं एक आसमान हूँ ,,

तेरी मन मर्ज़ी का मोहताज़ हो गया है , मेरा सारा वज़ूद ,
कभी बेइंतहा मोहब्बत की दास्ता तो , कभी मैं सिर्फ 
अपमान हूँ ,,

मैं ही मन की वेदना , मैं ही तो अभिमान हूँ , है मुझमे भी ज़ीने की आरज़ू , मैं भी तो इंसान हूँ ,, मेरे मन में भी उठती है , कुछ दबी हुई उमंग की तरंगें , ज़ुबा पर जो कभी आते नही , दिल के तहखाने में कैद मैं वो अरमान हूँ ,, दुनिया ने हमेशा अपने नज़र से, तोहमतें ही लगाई है मुझपर , जिसकी नज़रों ने हमेशा परखा है मुझे , माँ पापा का मैं वो स्वाभिमान हूँ ,, जब तक साँसे हैं तुम साया बन , साथ चल लो मेरे , जिंदगी का क्या भरोसा , शायद पल दो पल की ही मैं मेहमान हूँ ,, मत कर तलाश तू अपना मकां , किसी गैर के दिल में , तेरे उन्मुक्त उड़ने के लिए , खुला मैं एक आसमान हूँ ,, तेरी मन मर्ज़ी का मोहताज़ हो गया है , मेरा सारा वज़ूद , कभी बेइंतहा मोहब्बत की दास्ता तो , कभी मैं सिर्फ अपमान हूँ ,,

#nojotoapp#nojotonews

People who shared love close

More like this

Trending Topic