गेहूं चना ज्वार बाजरा
गुड गन्ने से भरा आंगना
फसल कटी लो भरा चबूतरा
मेल जोल को फुरसत के पल
कुछ दिन खेती का कटा काकरा
अब ऐसे में ढोल बजाओ
नाचो गाओ जश्न मनाओ
मामी नानी बुआ फूफा से
छुट्टी है सब मिलकर आओ
और कही पंडाल लगा है
पप्पू की बारात में जाओ
खाली वक्त भरा आंगन हो
खाने को घर में भी अन्न हो
यही तो उत्सव का शुभ दिन है
बाकी टोटका और शगुन है
©दीपेश
#baisakhi