"कल का बोझ आज क्यों उठाना... जिओ जी भर के।
कल के लिए आज को ना गवाना... जियो जी भर के।
कल किसने देखा है.... आए या ना आए ।
आज अपना है,,,,,,,, जियो जी भर के।
कल का बोझ आज क्यों उठाना,,,, जिओ जी भर के।
आने वाला कल कैसा होगा?? इसकी चिंता
नहीं चिंतन करो।
आने वाला कल अतीत जैसा होगा,,,, या वर्तमान जैसा, इसकी चिंता ना करो नहीं यार,,,,, जियो जी भर के
कल का बोझ आज क्यों उठाना,,, जियो जी भर के।
राधे राधे
अल्फ़ाज़ मेरे✍️🙏🏻🙏🏻
©Ashutosh Mishra
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