White अनगिनत फासले
जितने भी वो चले, उतने बिछ गए राह में फासले,
हर कदम पर बढ़ते गए दूरियों के हज़ार सिलसिले।
उनकी चाहतें थीं आसमान छूने की तमन्ना,
पर हर उड़ान में कांटे से चुभते रहे गिले-शिकवे।
फासलों की ये दीवारें कब तक यूं खड़ी रहेंगी,
दिलों की दरारें कब तक यूं बढ़ती रहेंगी।
कभी तो इन राहों में भी कोई मोड़ आएगा,
जहाँ ये फासले मिटें और मोहब्बत मुस्कुराएगी।
दिल से दिल का फासला बस इक कदम है,
जो भी कदम बढ़ाए, वही असल में हमदम है।
फासलों को मिटाने का सपना कोई एक ही देखेगा,
तभी इस सफर में सच्चा हमसफर मिलेगा।
©UNCLE彡RAVAN
#Moon