भक्ति करूँ तेरी मैं बिन पूजे
भीतर तुम, कहाँ मुझसे दूजे
शरण हूँ तेरी, शम्भू त्रिपुरारी
मदद करो!! ये संकट भारी
तुम ही आदि और अंत भी तुमसे
छमा चूक, प्रभु भक्त ये जूझे ||भक्ति||
डगमग राह को डम डम कर दो
दूर शिवा, मेरे हर ग़म कर दो
राह जटिल है बड़ी कठिन है
तेरे बिना अब कुछ भी ना सूजे ||भक्ति ||
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©Sandeep Sati
#दोटूक #Shiva