White अब दर्द को पिरोना शुरू कर दिया है
कुछ अश्क मोती कुछ रुद्राक्ष साथ हैं
हमने दर्द को पीना शुरू कर दिया है
कुछ प्याले भरे हैं,कुछ खाली साथ हैं
महल खण्डहर हमें अच्छे नहीं लगते
अंतस में झोंपड़ियों की भूख साथ है
मंज़िलों की हद दूर नहीं रह पाएगी
नंगे पैरो में ज़ज़्बो की ताकत साथ है
सहरा ही सहरा हो चाहे राहें नज़र
कड़ी धूप में चलने की हिम्मत साथ है
©सुरेश सारस्वत
#