जादुई ही सी होती है मुस्कान
खुशियाँ घोल देती है मुस्कान
ख्वाब लेकर उड़ती आसमान में
परवाज खोल देती है मुस्कान
लगती दूर-दूर सी,है मगर करीब
एहसास को बोल देती है मुस्कान
घण्टियों सी गूंज अनहद में सुनो
सहज रिश्ते जोड़ देती है मुस्कान
रूह में रहे बस्तियाँ ऐसे जवाँ
रूह को टटोल लेती है मुस्कान
©सुरेश सारस्वत
#मुस्कान