"दिन में मुझको ख़्वाब दिखा कर चला गया ।
नींद मेरी आंखों से....उड़ा कर चला गया ॥
ये बात कल रात से समझा रहा हूँ दिल को ।
वो एक हवा का झोंका था आकर चला गया ॥
मनीष 'मयूर'"
दिन में मुझको ख़्वाब दिखा कर चला गया ।
नींद मेरी आंखों से....उड़ा कर चला गया ॥
ये बात कल रात से समझा रहा हूँ दिल को ।
वो एक हवा का झोंका था आकर चला गया ॥
मनीष 'मयूर'