नींद भी नीलाम हो जाती है,
बाजार ए इश्क में उसके,
उसी को भुलाकर भी सोना,
कहां इतना आसां होता है।
घड़ी के कांटे की वो टिक टिक ,
जैसे हर बार उसका नाम ले रही,
मैं करूँ भी तो क्या आखिर,
अब उसे भुला पाना मुश्किल है।
©AwadheshPSRathore_7773
#samay का पहिया चलता जाता है और यह छलिया मन हमे छलता ही जाता है कभी-कभी लगता है की उसे भूले कैसे जिसे याद करके सुबह का उठना और जिसे याद करके रात का सोना होता है यानी good morning से good night तक बस उसका ही ख्याल यह प्यार नहीं तो और क्या है......हाँ यही प्यार है हाँ यही प्यार है🌹💖 लव स्टोरी