❣️"शरद पूर्णिमा"❣️
शरद पूर्णिमा के रसिक चित्ताकर्षक चांद
मैं निहारू एक टक प्रेम से तुम्हारी ओर
एक पंक्ति में मैं भी
अपने चित्त में प्रेम भक्ति श्रद्धा भाव
समर्पण लिए तुम्हारे सम्मुख खड़ी हूं
वर्षों मौसम ने कई रंग बदले
पर मेरा प्रेम सदा अपूर्ण ही रहा
शरद पूर्णिमा के रसिक चित्ताकर्षक चांद
अब आए हो मेरी निगाहों में पूर्ण रूप से तुम
तो कुछ अपनी बरसती
दिव्य चांदनी किरणों से तुम
मेरे प्रेम को श्रृंगार रस से भर दो तुम
मेरे अपूर्ण प्रेम को पूर्ण कर दो तुम !!
"मेरे शब्द"✍️🙏
दीपा कांडपाल😊🌹
©Deepa Kandpal
#fullmoon #शरदपूर्णिमा #मेरेशब्द #दीपाकांडपाल #कविता #Nojoto #nojotohindi #lovepoetry