Unsplash कभी कभी सबकुछ करना चाहती हूं मगर कुछ करने का दिल नहीं करता
जानतीं हूं बदलना जरूरी है खुद को, मगर अब बदलने का दिल नहीं करता
शोर बहुत है अंदर मेरे, मगर हर किसी से हर बात पर लड़ने का दिल नहीं करता
वो रास्ते जहां से हर रोज जाती थी, उन रास्तों से एक पल भी गुजरने का दिल नहीं करता।
कभी कभी कुछ भी करने का दिल नहीं करता।
©ANKITA k jha
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