Jai Shri Ram रसाल छंद
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211 111 121, 211 121 121 1
भानजभजुजल
9,10वर्ण पर यति
पावन जप मन नाम,राम सुखधाम कहावत।
भूषण रघुकुल राम,रूप सबको यह भावत।।
मोहत सकल समाज,दृश्य मनभावन लागत।
सोहत अवध कुमार,भाग्य सबके अब जागत।।
©Bharat Bhushan pathak
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