कलियाँ बिखर गईं तेरे पाओं में,
जब बगिया में तूने रखा कदम,
नदियाँ गगन पवन के झोंकों में,
तेरी खुशबू समा रही है सनम,
अजब गजब सा नज़ारा है दिन में,
जैसे सुबह की ताज़गी और रात की चांदनी चमाचम,
तेरे हुस्न की दीवानी दुनिया में,
मुझे हो रहा ये कैसा भरम,
कोई तो बता दे क्या राज है इसमें,
या देखूँ इसमें ऊपर वाले का करम,
दिल से फरियाद करेंगे तुझे पाने में,
मैं भी दीवाना बन जाऊंगा तेरी कसम,
कलियाँ बिखर गईं तेरे पाओं में,
जब बगिया में तूने रखा कदम............
लेखक :- दीपक चौरसिया
#romance
#My_inspirational_voice
#कलियाँ बिखर गईं तेरे पाओं में,
जब बगिया में तूने रखा कदम,
नदियाँ गगन पवन के झोंकों में,
तेरी खुशबू समा रही है सनम,
अजब गजब सा नज़ारा है दिन में,
जैसे सुबह की ताज़गी और रात की चांदनी चमाचम,