Red sands and spectacular sandstone rock formations मै फ़क़ीरा आया हूँ समझने इस दुनियां को
की ये दुनियां क्या चाहती हैँ,
मै प्रेम करके चलता हूँ और शीश झुकाता हूँ ,
और ये मुझसे नफरत चाहती हैँ,
मै फ़क़ीरा सोचता हूँ की कुछ कमी हैँ,
इस दुनियाँ मे ये कायदा चाहती हैँ,
तू कितने ही करले फेर बदल,
इस दुनियाँ की रंजिशे बस फायदा चाहती हैँ.!
©Kunal Nayak
#Sands