White अध्यात्म के किलक बिंदु पर
जाते ही देह तुम्हें त्याग देता है
तब तुम हवा को मुठ्ठी मे
बांध सकते हो
नदी को स्वास के घर्षण से
सोख सकते हो
पहाड़ को एक फूक से
पाट सकते हो
हृदय की गिनती को रोक रूहों का
विनयम कर सकते हो
ये अवस्था इतना विकराल होता है कि
त्रासदी को भी खा जाता है
©चाँदनी
#अध्यात्म