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मुझे तेरी याद नहीं मिलतीं
मेरे रोग बढ़ते जाते हैं
मैं एक ज़हर हूँ इस हसीं दुनिया का
लोग हाल पूछ के मरते जाते हैं
मैं अवगुण हूँ इन फ़िज़ाओं की
मुझे ताब नहीं घटाओं की
एक दलदल हैं तेरी बातों की
मेरे उम्र घटते जाते हैं
मुझे तेरी याद नहीं मिलतीं
मेरे रोग बढ़ते जाते हैं
Brothers barhajiya@🖋✍️
©Vishal Devgan
#Book YOUTH ✍️POET SHAYAR. LYRICIST & ACTOR वक्त बहुत बलवान होता है😎