जीवन का संगीत सुनो नित गीत नए गाते जाओ कुदरत के इ | हिंदी कविता

"जीवन का संगीत सुनो नित गीत नए गाते जाओ कुदरत के इकतारे की हर प्यारी धुन को दोहराओ सुख के लम्हे हों रस्ते में या फिर दुःख की घड़ियां हों ख़ार चुभें क़दमों में या पग पग पर खिलती कलियां हों वक्त बदलता रहता है ये दिल को समझाते जाओ बीते कल में हर दम उलझोगे तो चैन न पाओगे छोटी छोटी ख़ुशियों का फिर कैसे लुत्फ़ उठाओगे माज़ी के साए से निकलो बस आगे बढ़ते जाओ जीवन का उपहार मिला ये इसको व्यर्थ गंवाएं क्यों क्यों न बिखेरें ख़ुशियां हरसू, ग़म की तान सुनाएं क्यों जो खोया उसको छोड़ो जो पाया उसको अपनाओ ©charudatta_kelkar ©Odysseus"

 जीवन का संगीत सुनो नित गीत नए गाते जाओ 
कुदरत के इकतारे की हर प्यारी धुन को दोहराओ

सुख के लम्हे हों रस्ते में या फिर दुःख की घड़ियां हों 
ख़ार चुभें क़दमों में या पग पग पर खिलती कलियां हों
वक्त बदलता रहता है ये दिल को समझाते जाओ

बीते कल में हर दम उलझोगे  तो चैन न पाओगे
छोटी छोटी ख़ुशियों का फिर कैसे लुत्फ़ उठाओगे
माज़ी के साए से निकलो बस आगे बढ़ते जाओ

जीवन का उपहार मिला ये इसको व्यर्थ गंवाएं क्यों
क्यों न बिखेरें ख़ुशियां हरसू, ग़म की तान सुनाएं क्यों
जो खोया उसको छोड़ो जो पाया उसको अपनाओ
©charudatta_kelkar

©Odysseus

जीवन का संगीत सुनो नित गीत नए गाते जाओ कुदरत के इकतारे की हर प्यारी धुन को दोहराओ सुख के लम्हे हों रस्ते में या फिर दुःख की घड़ियां हों ख़ार चुभें क़दमों में या पग पग पर खिलती कलियां हों वक्त बदलता रहता है ये दिल को समझाते जाओ बीते कल में हर दम उलझोगे तो चैन न पाओगे छोटी छोटी ख़ुशियों का फिर कैसे लुत्फ़ उठाओगे माज़ी के साए से निकलो बस आगे बढ़ते जाओ जीवन का उपहार मिला ये इसको व्यर्थ गंवाएं क्यों क्यों न बिखेरें ख़ुशियां हरसू, ग़म की तान सुनाएं क्यों जो खोया उसको छोड़ो जो पाया उसको अपनाओ ©charudatta_kelkar ©Odysseus

गीत

जीवन का संगीत सुनो नित गीत नए गाते जाओ
कुदरत के इकतारे की हर प्यारी धुन को दोहराओ

सुख के लम्हे हों रस्ते में या फिर दुःख की घड़ियां हों
ख़ार चुभें क़दमों में या पग पग पर खिलती कलियां हों
वक्त बदलता रहता है ये दिल को समझाते जाओ

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