उत्कृष्ट सृजना ईश्वर की, नारी सृष्टि में आई कष्टों में मुस्कान विखेरी, दुनिया नई बसाई घर परिवार समाज बनाया,नई रोशनी लाई त्याग तपस्या वलिदानों की, महिमा कही न ज.
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