ख्वाब और जिंदगी के बीच एक कशमकश है
उस ख्वाब की खातिर जिंदगी तरसती रही और
ख्वाब ना पूरा होने की जिद में यूं ही अकड़ता रहा
वह बेखबर इस बात से ये मंजिल नहीं है...
जिंदगी फिर से सांस लेगी कुछ अधूरे को पूरा करने की खातिर क्योंकि वह अभी तक मौत से हारी नहीं है... |
#DilKiKalamSey
ख्वाब और जिंदगी के बीच एक कशमकश है उस ख्वाब की खातिर जिंदगी तरसती रही और ख्वाब ना पूरा होने की जिद में यूं ही अकड़ता रहा वह बेखबर इस बात से ये मंजिल नहीं है जिंदगी फिर से सांस लेगी कुछ अधूरे को पूरा करने की खातिर क्योंकि वह अभी तक मौत से हारी नहीं है #Dreams#Life_experience#positive#write#Hindi
12 Love
1.01 AM
I'm so deep in my own head
Accepting the thoughts,
Letting them in.
Letting them win.
The air around me is going damp,
Everything else is gradually fading.
I can feel the Earth closing in;
I'm being buried deep,
Deep under layers and layers of 'what-ifs',
Darkness keeps pressing me down.
I can't hold on.
I can't hold back anymore,
I'm just a normal guy,
Pretending to be a hero.
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