वो सकल पिघली तो हर शय मे ढल गयी अजीब बात हुई है उसे भुलाने में जो मुंतज़िर न मिला वो तो हम है शर्मिंदा की हमने देर लगा दी पलट कर आने में.
1 Stories
5 Love
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here