#OpenPoetry रो रहा हूँ और हस भी रहा हूँ, गिर रहा हूँ फिर संभल भी रहा हूँ, देख रहा हूँ उसीसे सीख रहा हूँ, ये जिंदगी! तुझे पढ़ रहा हूँ। -आकाश चेंडगे #quote #m.
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