तुम्हारी मोहब्बत की अमरबेल, जो मेरे दिल के बाग़ में खिली है, न कोई जड़, न कोई पत्तियां, बस तुम्हारी चाहत में पली है। मेरे जीवन के शाखोँ से लिपटी पीले धा.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here