अपने हाथों में हमको महज़ अब, इक उसी शख़्स का हांथ चाहिए........ चाहें जितना इंतज़ार करना पड़े, हमको बस उसका साथ चाहिए......... ©Poet Maddy अपने हाथों में हमको महज़.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here