मिलाकर नज़रें हमारी नज़रों से, वो हमको हर शेर भुलवा देती है......... अपनी अदा के जादू से अक्सर, वो हमको शर्मसार करवा देती है......... ©Poet Maddy मिलाकर नज़रें हम.
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