इतना ख़ामोश था मै कि,लोग सब सुन रहॆ थे... सिर्फ़ एक गुल के लिए दो-चार चमन रहॆ थे..। एक बिस्तर दो बदन को जला रहा था जब... हम उस वक़्त भी रात-रात रूह पहन रहॆ थे.
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