क्या बताएं लौटकर नौकरी में हम, क्या-क्या बचा कर लाये हैं ! घर से जवानी में निकले थे हम , और बुढ़ापा समेट कर वापस आये हैँ !! ©शान-ए-शब घर से जवानी में निकले थ.
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